बंगाल के इतिहास का काला दिवस 24 मार्च - क्या है कारण?



24 मार्च 1998, दाँतन नाम के एक गांव में एक भयानक बवंडर के कारण करीब 250 लोग मौत की भेट चढ़ गए। मौत के इस महा भयानक बवंडर ने किसी को नहीं बख्शा। मरने वालों में बूढ़े, बच्चे, जवान, औरतें, आदि सभी शामिल थे। 24 मार्च को होने वाली इस घटना ने बंगाल के साथ ही पूरे भारत को शोक में दाल दिया था। इस बवंडर के तबाही के वजह से करीब 3000 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। उनमे से कई लोग अपने परिवार से कभी ना मिल सके और कई लोगों को अपना घर खोना पड़ा था। 

इस दर्दनाक घटना के वजह से 24 मार्च के दिन को बंगाल का काला दिवस कहा जा सकता है। देश में ऐसी कई घटनाएँ होती रहती हैं। हमारा काम बस इतना है की हम उन पीड़ितों की मदद करें और बुरे समय में उनका साथ दें। 

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